कोरबा में महिलाओं का शराबबंदी अभियान: गांव में अवैध शराब कारोबार के खिलाफ आवाज उठाई

कोरबा। जिले के केराझरिया पंचायत में महिलाओं ने शराबबंदी के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। बारिश के बीच 100 से अधिक महिलाएं सड़कों पर उतरीं और शराबबंदी की हुंकार भरी। इस रैली का नेतृत्व ग्राम पंचायत की सरपंच गिरजा पैखरा ने किया।
महिलाओं ने शराब बिक्री पर आंदोलन छेड़ दिया और शराब बेचने वालों को चेतावनी दी कि अगर गांव में शराब का अवैध कारोबार तुरंत बंद नहीं हुआ, तो वे प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई की मांग करेंगी।
महिलाओं का कहना है कि नशे की लत से परिवार टूट रहे हैं, महिलाएं हिंसा का शिकार हो रही हैं और बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। छोटे स्कूली बच्चे भी शराब के आदि हो रहे हैं।
महिलाओं ने गांव-गांव घूमकर लोगों को शराब और नशे से दूर रहने की समझाइश दी। ग्रामीणों ने महिलाओं के इस साहसिक कदम का स्वागत किया है और शराबबंदी अभियान में उनका समर्थन करने की बात कही है।
महिलाओं की इस सशक्त पहल से शराब विक्रेताओं में हड़कंप मच गया है। प्रशासन को भी इस मामले में कार्रवाई करनी होगी।
इस अभियान के साथ ही, महिलाओं ने समाज में नशे के खिलाफ एक नई जागरूकता फैलाने की कोशिश की है। यह एक साहसिक कदम है जो समाज को एक नई दिशा दे सकता है।