छत्तीसगढ़

ऑपरेशन निश्चय: ड्रग्स सप्लाई मामले में इवेंट मैनेजर समेत 4 और गिरफ्तार

रायपुर । राजधानी पुलिस ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान ‘ऑपरेशन निश्चय’ के तहत एक और बड़ी सफलता हासिल की है। थाना गंज में दर्ज एमडीएमए तस्करी प्रकरण में पुलिस ने 4 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें विधि अग्रवाल और ऋषीराज टंडन जैसे मुख्य चेहरे शामिल हैं, जो शहर की बड़ी पार्टियों के आयोजन से जुड़े इवेंट मैनेजर बताए जा रहे हैं। अब तक इस मामले में नाव्या मलिक और अयान परवेज समेत कुल 9 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

गिरफ्तार आरोपी
विधि अग्रवाल, 27 वर्ष, निवासी शुभम कॉर्पोरेट्स आदित्य हाइट्स, तेलीबांधा, रायपुर
सोहेल खान, 29 वर्ष, निवासी दलदली रोड, महासमुंद
जुनैद अख्तर, 28 वर्ष, निवासी बैद्यनाथपारा धोबी गली, रायपुर
ऋषीराज टंडन, निवासी जी.टी. हाइट्स, शंकर नगर, रायपुर

कार्रवाई की शुरुआत कैसे हुई?
23 अगस्त को एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट तथा थाना गंज पुलिस की संयुक्त टीम ने देवेंद्र नगर ओवरब्रिज के पास एक कार से तीन युवकों – हर्ष आहूजा, मोनू विश्नोई और दीप धनोरिया – को पकड़ा था।

उनके कब्जे से 27.58 ग्राम एमडीएमए, एक कार, ₹85,300 नकद और 5 मोबाइल फोन बरामद किए गए। बरामद सामान की कुल कीमत लगभग 20 लाख रुपये आंकी गई।

पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह नेटवर्क नाव्या मलिक और अयान परवेज के जरिए संचालित हो रहा था।

दोनों को गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की गई तो विधि अग्रवाल, सोहेल खान और जुनैद अख्तर के नाम सामने आए।

इसके बाद गिरफ्तारी का दायरा बढ़ाते हुए ऋषीराज टंडन को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।

कोर्ट से रिमांड
गिरफ्तार सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। फिलहाल पुलिस टीम उनसे बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेजेस यानी सप्लाई चेन, खरीदारों और अंतर्राज्यीय नेटवर्क की कड़ियों पर गहन पूछताछ कर रही है।

पुलिस की सख्त रणनीति
रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा और एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह ने साफ शब्दों में कहा है कि राजधानी और प्रदेश में सक्रिय नशे के नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करना पुलिस की प्राथमिकता है।

“यह कार्रवाई केवल गिरफ्तारियों तक सीमित नहीं है, बल्कि इस पूरे कार्टेल को खत्म करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।” – रायपुर पुलिस

पृष्ठभूमि
एमडीएमए (MDMA) को ‘पार्टी ड्रग’ भी कहा जाता है और यह अक्सर हाई-प्रोफाइल पार्टियों में उपयोग होता है।
पुलिस जांच में यह बात भी सामने आई है कि गिरफ्तार आरोपियों का नेटवर्क इंटरस्टेट सप्लायरों से जुड़ा हुआ है।

अब पुलिस की कोशिश है कि इन लिंक का पीछा कर पूरे नेटवर्क तक पहुंचा जाए।

यह साफ है कि ‘ऑपरेशन निश्चय’ के तहत हुई यह कार्रवाई नशे के खिलाफ रायपुर पुलिस की एंड-टू-एंड स्ट्रेटेजी का हिस्सा है। आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियों की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

 

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