छत्तीसगढ़

निजी भूमि पर कब्जे की कोशिश: पार्टी के नाम पर जबरन वृक्षारोपण, भूस्वामी ने लगाई प्रशासन से गुहार…

कोरबा । ग्राम दाधरखुर्द में निजी स्वामित्व वाली भूमि पर कथित रूप से गैर राजनीतिक पार्टी के नाम का दुरुपयोग करते हुए जबरन वृक्षारोपण किए जाने का मामला सामने आया है।

इस घटना के बाद भूमि स्वामी शत्रुघन सिंह राजपूत ने जिला प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।

राजपूत ने कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को दिए आवेदन में बताया है कि उनकी पैतृक भूमि खसरा नंबर 1125 ग्राम दाधरखुर्द में स्थित है।

इस भूमि से जुड़ा सीमांकन विवाद वर्तमान में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के समक्ष लंबित है। राजस्व अधिकारियों द्वारा पहले सीमांकन कार्य प्रारंभ किया गया था, लेकिन जांच पूरी न हो पाने के कारण पुनः टीम गठित कर सीमांकन की प्रक्रिया प्रस्तावित है।

उन्होंने बताया कि दिनांक 1 नवंबर 2025 को कुछ लोगों द्वारा गैस राजनीतिक पार्टी के नाम पर उनकी भूमि पर जबरन वृक्षारोपण किया गया, जबकि इस संबंध में कोई वैधानिक अनुमति नहीं ली गई थी।

राजपूत ने आरोप लगाया कि उक्त लोगों ने “छत्तीसगढ़ महतारी” के नाम का उपयोग कर सामाजिक और धार्मिक भावनाओं को भड़काने का प्रयास किया, जो कि गंभीर अवैधानिक कृत्य है।

राजपूत ने अपने आवेदन में लिखा है कि — “यदि प्रशासन यह सिद्ध कर दे कि यह भूमि मेरी नहीं है, तो मैं स्वयं अपने परिवार सहित वहाँ छत्तीसगढ़ महतारी के नाम से मंदिर और वृक्षारोपण कर दूँगा।

लेकिन संगठन के नाम पर झूठे दावे कर अवैध कब्जा और वसूली करना असहनीय है।

उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उनकी भूमि पर किए गए अवैध रोपण को तत्काल रोका जाए, दोषियों के विरुद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की जाए, तथा राजस्व अमले द्वारा शीघ्र सीमांकन कर भूमि की सही सीमाएँ निर्धारित की जाएँ।

स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, यह विवाद पिछले कुछ महीनों से चर्चा का विषय बना हुआ है।

अब मामला प्रशासन के संज्ञान में आने के बाद देखना होगा कि जिला प्रशासन इस पर क्या कदम उठाता है।

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