छत्तीसगढ़

CG Election 2023: धोती-कुर्ता छोड़ अब जींस और शर्ट में दिखने लगे प्रत्याशी

बिलासपुर। आजादी के बाद जहां नेताओं की पहचान धोती-कुर्ता होती थी, अब ट्रेंड बदल रहा है। अब शिक्षा और सोच के चलते नेताओं का पहनावा जींस-शर्ट या जींस-कुर्ता या फिर कुर्ता पजामा हो गया है, लेकिन इन नेताओं की सोच में कोई खास नयापन नहीं आया। जिले में भाजपा के 4 विधायक पैंट-शर्ट पहनते हैं। इन्हेंं बहुत कम ही कुर्ता-पजामा में देखा गया होगा। वहीं अधिकतर नेता भी पैंट-शर्ट और कार्यक्रमों में कुर्ता-पाजामा पहनते हैं।

अधिकतर युवा नेताओं का मानना है कि सोच और सेवा के लिए किसी ड्रेस की जरूरत नहीं है। यदि मन से जनता के साथ जुड़े हैं, तो उन्हें कुर्ता-पजामा या जींस-शर्ट से कोई फर्क नहीं पड़ता है। जरूरत है तो कुछ अलग और नए तरीके से लोगों की सेवा करने की है। इधर भाजपा, कांग्रेस, आप और जोगी कांग्रेस की युवा महिला नेत्रियां भी जींस-कुर्ते में लोगों की सेवा कर रही हैं। कांग्रेस की प्रभारी सहित कई नेत्रियों को भी कुर्ती-जींस में देखा जा रहा है। साड़ी में भी नजर आ रही हैं।

नेता जी बोले- कपड़ा नहीं काम है महत्वपूर्ण

भाजपा नेता और विधायक रजनीश सिंह का कहना है कि पहले के दौर में नेता धोती-कुर्ता में दिखते थे, लेकिन अब का दौर ऐसा नहीं है। उनका मानना है कि घोती-कुर्ता और कुर्ता-पाजामा से नेता की पहचान नहीं है, पहचान उसके काम से है। उन्होंने बताया कि संगठनों के कई पदों पर रह चुके हैं, लेकिन हमेशा ही सामान्य तौर पर पैंट-शर्ट ही पहन रहे हैं। आगे भी ऐसा कोई विचार नहीं रखते हैं। सेवा कार्य केे लिए अब किसी ड्रेस कोड की जरूरत नहीं रह गई है।

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