छत्तीसगढ़

ग्रामीणों के तीखे विरोध से सर्वे करने पहुँची एसईसीएल टीम लौटी खाली हाथ, थाने में पत्र सौंपा

हरदीबाजार। एसईसीएल दीपका   प्रबंधन की टीम सोमवार को मकान सर्वे एवं नापी कार्य करने हरदीबाजार के हॉस्पिटल मोहल्ला पहुँची। सुरक्षा के लिए महिला एवं पुरुष पुलिस बल भी तैनात रहा, लेकिन ग्रामीणों को जानकारी मिलते ही सरपंच लोकेश्वर कंवर, उप सरपंच, पंचों समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुँच गए और जोरदार विरोध किया।

विरोध प्रदर्शन में पूर्व विधायक पुरुषोत्तम कंवर, भाजपा जिला मंत्री अजय दुबे, जनप्रतिनिधि नरेश टंडन, विजय जायसवाल सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने नारेबाजी करते हुए सर्वे रोकने की मांग की और कहा कि जब तक उनकी 7 सूत्री मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक किसी भी प्रकार का सर्वे या नापी कार्य नहीं होने दिया जाएगा।

जनप्रतिनिधियों ने भी ग्रामीणों के इस रुख का समर्थन किया। बढ़ते विरोध और दबाव के चलते अंततः एसईसीएल प्रबंधन को अपनी टीम के साथ वापस लौटना पड़ा। इस घटनाक्रम से क्षेत्र में हलचल मच गई है और ग्रामीणों ने साफ संकेत दे दिया है कि उनकी माँगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।

घटना के बाद ग्रामीणों ने थाना प्रभारी को पत्र सौंपा और बताया कि 15 सितंबर को एसईसीएल दीपका परियोजना ने बिना ग्राम पंचायत की पूर्व अनुमति के बलपूर्वक सर्वे करने की कोशिश की।

पत्र में उल्लेख किया गया कि 12 सितंबर को एसडीएम की मौजूदगी में त्रिपक्षीय वार्ता हुई थी, जिसमें ग्रामहित में 7 बिंदुओं पर सहमति बनी थी और एसईसीएल ने उच्च अधिकारियों से चर्चा कर आगे बढ़ने का आश्वासन दिया था। ग्रामीणों का आरोप है कि इसके बावजूद प्रबंधन ने बिना सरपंच की सहमति सर्वे कराने का प्रयास किया। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि ग्रामवासियों के साथ किसी प्रकार की अप्रिय स्थिति बनती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन की होगी।

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