दीपका: एसईसीएल प्रबंधन का आतंक! दिन में चार-चार बार हैवी ब्लास्टिंग

दीपका/हरदीबाजार। एसईसीएल दीपका प्रबंधन की मनमानी से स्थानीय ग्रामीणों का जीना मुहाल हो चुका है। खदान की दूरी अब महज 300 मीटर पर आ चुकी है और इसके बावजूद दिन-दहाड़े चार-चार बार हैवी ब्लास्टिंग की जा रही है। इन धमाकों से हरदीबाजार के घर हिल रहे हैं, दीवारों में दरारें पड़ चुकी हैं और रहवासियों की नींद और चैन पूरी तरह छिन गया है।
ग्रामीणों का आरोप है कि सुरक्षा मानकों को दरकिनार कर खदान प्रबंधन अपनी मनमानी पर उतारू है। ब्लास्टिंग से लगातार धूल और ध्वनि प्रदूषण बढ़ रहा है, जिससे बच्चों और बुजुर्गों की सेहत बिगड़ रही है। स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि लोग अपने ही घरों में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार एसईसीएल प्रबंधन और प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मिला। अब हालात यह हैं कि लोग गुस्से में हैं और चेतावनी दे रहे हैं कि अगर जल्द ही ब्लास्टिंग पर रोक नहीं लगी, तो वे सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगे।
स्थानीय लोगों का कहना है “यह विकास नहीं, बल्कि हमारी बर्बादी है। सरकार और प्रशासन खामोश क्यों है?”
अब देखना यह होगा कि क्या प्रशासन ग्रामीणों की आवाज सुनेगा या फिर एसईसीएल दीपका प्रबंधन की इस मनमानी ब्लास्टिंग से हरदीबाजार के लोगों को और दहशत झेलनी पड़ेगी।