छत्तीसगढ़

छीरपानी जलाशय में ओवरफ्लो, रातभर फँसे चार ग्रामीणों को बचाया गया

कवर्धा। कबीरधाम जिले के मैकल पर्वतीय क्षेत्रों में गुरुवार रात हुई मूसलाधार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए। छीरपानी जलाशय अधिकतम क्षमता तक भर जाने के बाद ओवरफ्लो होने लगा। इस बीच देर रात घूमने गए चार ग्रामीण जलाशय के गहरे पानी में फँस गए। दूसरी ओर ग्राम भोंदा के पास तारेगांव जंगल मार्ग पर पुल बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे आसपास के गांवों का संपर्क टूट गया।

कलेक्टर ने संभाली कमान, संयुक्त दल पहुँचा मौके पर
स्थिति की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों ने जिला बाढ़ कंट्रोल कक्ष को सूचना दी। कलेक्टर गोपाल वर्मा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए नगर सेना और एनडीआरएफ की संयुक्त टीम को रवाना किया। सुबह करीब 10 बजे राहत दल छीरपानी पहुँचा और बचाव अभियान शुरू किया।

दरअसल जिले में अचानक आई बाढ़ जैसी परिस्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन और एनडीआरएफ ने गुरुवार को मॉकड्रिल आयोजित की। मॉकड्रिल का परिदृश्य इस प्रकार रखा गया कि छीरपानी जलाशय ओवरफ्लो हो गया और देर रात वहां चार ग्रामीण पानी में फँस गए, वहीं भोंदा गांव के समीप पुल बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गया।

टीम में एनडीआरएफ के सेनानी कमलेश्वर प्रसाद चंदेल, प्रभारी आपदा प्रबंधन डिप्टी कलेक्टर आर.बी. देवांगन, नोडल अधिकारी सुश्री रुचि शार्दूल, बोड़ला एडीएम सागर सिंह, तहसीलदार सुश्री राजश्री पांडे समेत स्वास्थ्य, खाद्य, वन, परिवहन, पशुधन और विद्युत विभाग के अधिकारी शामिल रहे।

सभी ग्रामीण सुरक्षित निकाले गए
कलेक्टर वर्मा ने मौके पर पहुँचकर पूरे अभियान की मॉनिटरिंग की। उन्होंने बताया कि लगातार बारिश से जलस्तर बढ़ने से चार ग्रामीण फँस गए थे और भोंदा पुल टूटने से कई लोग अलग-थलग पड़ गए थे। संयुक्त दल ने सभी ग्रामीणों को सुरक्षित निकाल लिया।

राहत शिविर और उपचार की व्यवस्था
प्रभावित ग्रामीणों को राहत शिविरों में ठहराया गया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने चारों ग्रामीणों का प्राथमिक उपचार किया और उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित परिवारों को राशन और आवश्यक खाद्य सामग्री भी उपलब्ध कराई गई।

प्रशासन ने बताया सफल मॉकड्रिल
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि यह पूरी कार्यवाही एक सफल मॉकड्रिल रही, जिसने साबित किया कि जिला प्रशासन और विभागीय टीमें किसी भी आकस्मिक आपदा से निपटने में सक्षम हैं। उन्होंने राहत एवं बचाव दल के साहस और समन्वय की सराहना की।

 

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