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सॉकेट में छोड़ दिया फोन का अडेप्टर? 1 गलती कर देगी पूरा घर ‘स्वाहा’

आजकल मोबाइल, लैपटॉप और स्मार्ट डिवाइसेज हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गए हैं. दिन में कई बार इन्हें चार्ज करना पड़ता है. लेकिन अक्सर हम एक गलती कर बैठते हैं चार्जिंग के बाद अडेप्टर को सॉकेट में ही लगा छोड़ देते हैं. आपको भले ही ये आम बात लगे, लेकिन ये छोटी सी लापरवाही एक दिन आपके पूरे घर को आग की लपटों में बदल सकती है. ये आप पर भारी पड़ सकता है. इससे बचने के लिए आपको अपनी इस आदत को छोड़ना पड़ेगा. यहां जानें कि आखिर कैसे चार्जिंग अडेप्टर को सॉकेट में लगा छोड़ने से नुकसान हो सकता है.

 

 

चार्जर सॉकेट में लगा छोड़ना कितना खतरनाक?

जब कोई चार्जिंग अडेप्टर सॉकेट में लगा रहता है, भले ही उससे कोई डिवाइस कनेक्ट न हो, फिर भी वो थोड़ी-बहुत बिजली खींचता रहता है. इसे स्टैंडबाय पावर ड्रॉ कहा जाता है. इससे ज्यादा तो नहीं लेकिन थोड़ी बहुत इलेक्ट्रिसिटी खर्च जरूर होती है. इसके अलावा इससे ज्यादा खतरा तब शुरू होता है जब अडेप्टर ओवरहीट होने लगता है.

 

ये खासतौर पर लोकल या खराब क्वालिटी के चार्जर के साथ होता है. जिनमें सेफ्टी के पक्का इंतजाम नहीं होता है. ऐसे अडेप्टर जल्दी गर्म हो सकते हैं. अगर चार्जर ज्यादा गर्म हो गया, तो उसमें स्पार्क (चिंगारी) आ सकती है और यहीं से आग लगने का खतरा बढ़ जाता है.

 

एक छोटी चिंगारी और जल सकता है घर

आपने कई बार खबरों में पढ़ा या देखा होगा कि चार्जिंग के दौरान मोबाइल फट गया. इसके अलावा अडेप्टर से आग लग गई. ये मामले असली होते हैं और एक छोटी सी गलती सॉकेट में चार्जर को छोड़ देने के वजह से होते हैं.

 

अगर सॉकेट के पास पर्दे, कागज, बिस्तर या कोई और जलने वाली चीज हो, तो आग फैलने में जरा भी देर नहीं लगती. ऐसे में सोते हुए लोगों को भागने तक का मौका नहीं मिल पाता है.

 

कैसे बचें इस खतरे से?

चार्जिंग खत्म होने के तुरंत बाद अडेप्टर को सॉकेट से निकालें. लोकल चार्जर या नकली अडेप्टर का इस्तेमाल बिल्कुल न करें. अडेप्टर और वायर को समय-समय पर चेक करते रहें. अगर कहीं से कट या जलने के निशान दिखें तो उसे बदलने की कोशिश करें. सबसे जरूरी अपने चार्जर को कभी भी तकिए, चादर या कपड़ों के नीचे रखने से बचें.

 

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