कोरबा के लाल मैदान में 120 फीट ऊँचे रावण का दहन, हजारों की भीड़ बनी साक्षी

कोरबा। जिले का मशहूर लाल मैदान दशहरा उत्सव के लिए पूरे प्रदेश में जाना जाता है। यहां हर साल होने वाला रावण दहन कार्यक्रम लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र होता है। इस वर्ष भी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए लाल मैदान में विशालकाय 120 फीट ऊँचे रावण का पुतला तैयार किया गया, जिसने दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचा।
इस आयोजन की खास बात यह रही कि हसदेव ताप विद्युत संयंत्र, कोरबा पश्चिम के इंजीनियरों और कर्मचारियों की टेक्निकल टीम ने अपने कौशल और मेहनत से इस विशाल पुतले को तैयार किया। आधुनिक तकनीक और मजबूत सामग्री से बने इस रावण पुतले को देखने लोग सुबह से ही मैदान में जुटने लगे थे।
मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ प्रदेश के उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन शामिल हुए। मंत्री ने विधिवत पूजा-अर्चना कर रावण दहन की परंपरा की शुरुआत की और लोगों को दशहरे की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि विजयादशमी का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत और असत्य पर सत्य की स्थापना का प्रतीक है। यह पर्व हमें समाज में एकजुट होकर अच्छाई की राह पर चलने का संदेश देता है।

जैसे ही शाम को रावण दहन की प्रक्रिया शुरू हुई, हजारों की संख्या में मौजूद भीड़ उत्साह से झूम उठी। आतिशबाजी के धमाकों और रंग-बिरंगी रोशनी से पूरा लाल मैदान जगमगा उठा। रावण दहन का भव्य नज़ारा देखने के लिए शहर ही नहीं, बल्कि आसपास के ग्रामीण अंचलों से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। बच्चों और युवाओं में इस कार्यक्रम को लेकर खासा उत्साह देखा गया।
सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन की ओर से कड़ी व्यवस्थाएं की गई थीं। पुलिस विभाग, होमगार्ड और स्थानीय समिति के सदस्यों ने मिलकर भीड़ को नियंत्रित किया और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखा। चिकित्सा दल और अग्निशमन की गाड़ियाँ भी मौके पर तैनात रहीं ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
कार्यक्रम के दौरान जगह-जगह खाद्य सामग्री के स्टॉल, झूले और मनोरंजन के साधन लगाए गए थे, जिससे पूरा क्षेत्र मेले के रूप में बदल गया। महिलाएं और बच्चे विशेष आकर्षण के साथ पारंपरिक परिधानों में उत्सव का हिस्सा बने।
लाल मैदान में हर साल की तरह इस बार भी दशहरा उत्सव ने लोगों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी। 120 फीट ऊँचे रावण के दहन के साथ ही पूरे मैदान में एक ही संदेश गूंजा – सत्य की हमेशा विजय होती है।