छत्तीसगढ़

गला दबाकर पति ने की हत्या

अंबिकापुर । डिगमा क्षेत्र में पूर्व सरपंच सुमित्रा देवी की बहू शीला सोन्हा (30) की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने उनके पति उमाशंकर सोन्हा (32) को गिरफ्तार किया है।

आरोपी ने पूछताछ में हत्या की घटना स्वीकार की और बताया कि मृतका बच्चों को पीट रही थी, जिससे गुस्से में आकर उसने पत्नी का गला दबा दिया। घटना गांधीनगर थाना क्षेत्र की है।

जानकारी के अनुसार, डिगमा की पूर्व सरपंच सुमित्रा देवी की बहू शीला सोन्हा का शव शनिवार रात लगभग 8 बजे घर में संदिग्ध अवस्था में पाया गया। सूचना मिलते ही गांधीनगर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को देखा। शव बिस्तर पर पड़ा था, और गले में दबाव और खरोंच के स्पष्ट निशान देखे गए। मौके पर मृतका का पति नशे की हालत में पाया गया।

 

बताया गया है कि शीला सोन्हा अपने पति और दो बच्चों के साथ अलग रहती थी। उनकी शादी साल 2015 में हुई थी। घटना के समय बच्चों ने रात लगभग 7:30 बजे खाना मांगने के लिए दादी के पास गए। सुमित्रा देवी ने उनसे पूछा कि “तुम्हारी मां ने खाना नहीं बनाया?” तब बच्चों ने बताया कि उनकी मां बिस्तर से नहीं उठ रही हैं। इसके बाद सुमित्रा देवी अपने बेटे के घर गईं और देखा कि शीला सोन्हा मृत पड़ी थी।

 

उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। डॉक्टरों ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह निष्कर्ष दिया कि मृतक की मौत गला दबाकर हत्या करने से हुई। पुलिस ने मामले में आरोपी पति उमाशंकर सोन्हा से पूछताछ की, जिसमें उसने अपनी पत्नी को मारने की बात स्वीकार की।

उमाशंकर ने बताया कि 4 अक्टूबर की शाम शीला अपने छोटे बच्चे को मार रही थी। गुस्से में आकर उसने अपनी पत्नी को पटक दिया और गला दबा दिया, जिससे उसकी मृत्यु हो गई। गांधीनगर थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल ने बताया कि मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ धारा 103(1) BNS के तहत मामला दर्ज किया गया है।

 

पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस ने कहा कि इस मामले की जांच पूरी गंभीरता से की जा रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए आगे की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने स्थानीय निवासियों से अपील की कि किसी भी संदिग्ध घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि समय रहते अपराध की रोकथाम की जा सके।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना पूरे इलाके में शोक और चिंता का कारण बनी है। पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाने और घटनाओं पर नजर रखने का भरोसा दिया है। इस मामले ने परिवारिक और सामाजिक सुरक्षा के मुद्दों को फिर से उभारा है, विशेषकर बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर।

 

पुलिस ने कहा कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और न्याय सुनिश्चित किया जाएगा। अंबिकापुर पुलिस की त्वरित कार्रवाई और आरोपी की गिरफ्तारी ने स्पष्ट संदेश दिया है कि हत्या जैसी गंभीर घटनाओं में दोषियों को न्याय के कटघरे में लाना प्राथमिकता है।

 

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